कहने को बहुत ही आसान बात है कि पुलिस कार्यवाही नहीं करती
लेकिन यह बात यहाँ पर गलत हो जाती है कि पुलिस कार्यवाही करने के बाद पुलिस को जो कुछ झेलना पड़ता है उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती
देवास पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं माताजी की टेकरी के कारण ओर सभी दूर से श्रद्धालु देवास आते हैं तो उनको देवास की जनता अपने खुले ह्रदय से स्वागत करती है लेकिन कुछ विघ्नसंतोषी लोगों के द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किये जाने से देवास की छवि को धूमिल किया जाता है
इस शारदीय नवरात्रि में भी ऐसा ही कुछ हुआ कुछ मनचलों के द्वारा इस उत्सव के दौरान महिलाओं व युवतियों के साथ हरकतों को किया गया था जिसकी शिकायतों के मिलने पर पुलिस के द्वारा इन मनचलो के खिलाफ कार्यवाही की गई थी
गौरतलब है कि ऐसे पावन अवसर पर कोई भी किसी भी परिवार की महिला या युवती के साथ छेड़छाड़ करे तो उस परिवार पर क्या बीतती होगी जबकि पुलिस व प्रशासन को इस आयोजन को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है व साथ ही क़ानूनी व्यवस्था बनाये रखने के लिए कार्यवाही करनी पड़ती है
इस नवरात्रि में पुलिस विभाग के द्वारा कई ऐसी बुलेट गाडियों को पकड़ा गया था जिनपर सवार होकर ये मनचले महिलाओं व युवतियों के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे
ऐसी गाडियों को पकड़े जाने पर नेता नगरी के फोन गाडियों को छुड़ाने के लिए आने शुरू हो जाते है वे लोग अपने को भुक्तभोगी बताकर नेताओं से फोन लगवाते है पुलिस के ऊपर भी दबाव बन जाता है कि कार्यवाही करे कि ना करें
हमारा यह मानना है कि ऐसे लोगों के लिए नेताओं के द्वारा बिना सच्चाई जाने पुलिस व प्रशासन पर कोई भी दबाव नही बनाया जाना चाहिए क्योंकि जब इनके परिवार में यह मालूम पड़ेगा कि हमारा बेटा किस कारण से पुलिस कार्यवाही का सामना कर रहा है तो इनके घर वाले ही इन्हें सही शिक्षा देंगे ओर जब कार्यवाही का सामना करेंगे तो ऐसे लोगों को सही शिक्षा मिलेगी


