*राजराजेश्वर भगवान परशुराम जी के जीवन से मानव मात्र को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को सफल बनाने हेतु श्रेष्ठ शिक्षा एवं संदेश मिलता हैं-बन्धुत्व,नेतृत्व, भाईचारा,साहस, अपनत्व,समझ, निडरता, कुशलता, प्रेम, करुणा, न्याय, वीरतापूर्वक जीवन निर्वाह, स्थायित्व, तीव्रता, त्याग, शांति आदि सम्पूर्ण गुणों के भण्डार भगवान विष्णु जी के छटे अवतार सनातन संस्कृति के पोषक मार्गदर्शक भगवान श्री परशुराम जी को आदर्श मानते हुए सर्व ब्राह्मण महासभा संघ देवास द्वारा सुख समृद्धि शांति एवं भाईचारे का संदेश देते हुए सनातन को मजबूत करते हुए मनाया जा रहा है।30 अप्रैल को प्रातः पूजन हवन आरती, सायंकाल 5.30 बजे विशाल वाहन शौर्य यात्रा, पश्चात चाणक्य पुरी स्थित भगवान परशुराम जी के मन्दिर पहुंच कर महा आरती एवं महाभोज प्रसाद होगा। अतः आप सभी से सादर अनुरोध है की आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस गरिमामय आयोजन को सफल बनायें।